महिलाएं पुरुषों के मुक़ाबले ज़्यादा लम्बी ज़िन्दगी क्यों जीती हैं | Why Women Live Longer Than Men, Life Expectancy In Men And Women Analysis.

महिलाएं पुरुषों के मुक़ाबले ज़्यादा लम्बी ज़िन्दगी क्यों जीती हैं | Why Women Live Longer Than Men, Life Expectancy In Men And Women Analysis. 

Men and women life expectancy in hindi 2018
Life Expectancy In Men And Women | Health Analysis Report In Hindi 2018

WOMEN Have Higher Life Expectancy Due To Many Factors.

संयुक्त राष्ट्र के विश्व डेटा के मुताबिक, महिलाएं पुरुषों की तुलना में 4.5 साल लंबी ज़िन्दगी जीती हैं। सिंगापुर में, महिलाएं पुरुषों की तुलना में चार साल लंबी ज़िन्दगी जीने की उम्मीद कर सकती हैं। तो आज हम यह जानेंगे के वह कौनसा फैक्टर है जो उन्हें अपने जीवनसाथी के मुक़ाबले में ज़्यादा लम्बी ज़िन्दगी प्रदान करती है ?

सिंगहेल्थ ग्रुप के सिंगापुर जनरल अस्पताल (एसजीएच), जेरियाट्रिक मेडिसिन विभाग के एक सदस्य सीनियर कंसल्टेंट डॉ कैसर मामुन कहते हैं कि इसका बुनयादी कारन यह है की महिलाओं को कम ऑक्सीडेटिव तनाव का सामना करना पड़ता है।

ऑक्सीडेटिव तनाव मुक्त कणों को उत्पन्न करता है। डॉ। ममुन बताते हैं, "कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि मुक्त कणों से कोशिकाओं में क्षति हो सकती है, जो वृद्धावस्था के अंतर्निहित तंत्र में से एक है।"

डॉ। ममुन कहते हैं, "महिलाओं की तुलना में पुरुषों में कम एस्ट्रोजन के स्तर के कारण ऑक्सीडेटिव क्षति यानि इसका नुक्सान चार गुना अधिक होता है।"

औरतों में पाया जाने वाला एस्ट्रोजेन हार्मोन में अन्य सुरक्षात्मक प्रभाव होते हैं। एस्ट्रोजेन अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है जिसे (एचडीएल) कहते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, इस प्रकार महिलाओं को स्ट्रोक और हृदय रोग होने  का जोखिम कम होता है | इसके विपरीत, पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को बढ़ाता है और अच्छी कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को कम करता है, जिसके वजह कर परुषों में महिलाओं की तुलना में कम उम्र में स्ट्रोक या हृदय रोग होने का खतरा ज़्यादा होता है।

पुरुष जीवन पर टेस्टोस्टेरोन का प्रभाव | Impact of testosterone on male life expectancy
युवावस्था के दौरान, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ज़िन्दगी जीने की तुलना तीन गुना कम होती है, मुख्य रूप से लापरवाह और आक्रामक व्यवहार के कारण जो उच्च टेस्टोस्टेरोन उत्पादन से जुड़े होते हैं| डॉ। ममुन कहते हैं। किशोरावस्था और प्रारंभिक वयस्कता के दौरान टेस्टोस्टेरोन का लेवल 30 साल के उम्र के बाद गिरने लगती है।

15 और 24 साल के बीच, जब टेस्टोस्टेरोन उत्पादन शिखर पर होती है उस समय भी पुरुष मृत्यु दर में अचानक वृद्धि देखि गई है। इस आयु वर्ग में पुरुष मृत्यु के सबसे आम कारणों में सड़क यातायात दुर्घटनाएं, हिंसा और पानी में डूबने जैसे हादसात शामिल हैं।

अतिरिक्त X क्रोमोज़ोम महिलाओं को लंबे समय तक जीवन प्रदान करने में मदद करता है | Extra X chromosome helps women to live longer
महिलाओं को लंबी ज़िन्दगी प्रदान करने के लिए एक और जैविक कारण है उनके अतिरिक्त X क्रोमोज़ोम का होना जबकि पुरुषों में एक X और एक Y क्रोमोज़ोम होते हैं, महिलाओं में दो X क्रोमोज़ोम होते हैं। X क्रोमोज़ोम में माइक्रोआरएनए होते हैं जो शरीर की इम्यून सिस्टम को विनियमित करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

चूंकि महिलाओं में दो X क्रोमोज़ोम होते हैं, भले ही एक X क्रोमोज़ोम में अनुवांशिक उत्परिवर्तन हो, फिर भी उनकी क्षतिपूर्ति के लिए बैकअप के तौर पर दूसरी होती है। पुरुषों को यह लाभ नहीं होता है। पुरुषों में X क्रोमोज़ोम में कोई अनुवांशिक उत्परिवर्तन हेमोफिलिया और मांसपेशी डिस्ट्रॉफी जैसे सेक्स-लिंक्ड विकारों के खिलाफ उनकी इम्यून सिस्टम को गंभीर रूप से नुक्सान पहुंचाती है।

शारीरिक रूप से, पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं को एक आखिरी फायदा यह है कि संक्रमण से लड़ने की उनकी बेहतर क्षमता है। डॉ। ममुन कहते हैं, "महिलाओं को अपने जीवनकाल के दौरान पुरुषों की तुलना में कम बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण का अनुभव होता है।"

अच्छी लाइफस्टाइल के कारन महिलाओं को लंबे समय तक जीवित रहने में मदद मिलती है | Good Lifestyle Helps Women To Live Longer Life

पुरुष अधिक प्रतिस्पर्धी व्यवहार करते हैं और अधिक जोखिम भरी ज़िन्दगी गुज़ारते हैं जो उच्च तनाव स्तर और मृत्यु दर का कारण बनते हैं| डॉ। ममुन कहते हैं। पुरुषों को उच्च जोखिम वाली नौकरियां लेने की अधिक संभावना रहती है जो ज़्यादा स्ट्रेस के कारन प्रारंभिक निधन में योगदान दे सकती हैं।

इसके इलावा धूम्रपान और अल्कोहल की खपत की उच्च दर पुरुषों में विशेष रूप से 40 की उम्र में, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ावा देती है |

खाने के मामले में, पुरुष आम तौर पर मांस खाना ज़्यादा पसंद करते हैं और इसके विपरीत कम सब्जियां और काम फाइबर वाले आहार खाते हैं। इन खाने की आदतों के कारन उनमें उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय के रोग यहां तक कि कैंसर से प्रभावित होने की आशंका ज़्यादा होती है | इस से बचने के लिए उन्हें अपने शरीरिक व्यायाम पर धेयान देना चाहिए |

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